-महज तीन दिन में दूसरी बात दी चेतावनी
वाशिंगटन, 26 अक्टूबर। पाकिस्तान आतंकी संगठनों का शरणगाह बना हुआ है। पाक के हुक्मरान और सेना दुनिया को भरोसा देने में जुटे हैं कि वो आतंकवाद को रोकने के लिए कितने गंभीर हैं। लेकिन अमेरिका को ये सब छलावा लगता है। अमेरिकी गृह विभाग के प्रवक्ता जॉन किरबी ने कहा कि पाकिस्तान को ये बात समझनी होगी कि उसके जमीन का इस्तेमाल आतंकी न कर सकें। पीओके के साथ अफगानिस्तान-पाक सीमा पर कई आतंकी संगठन सक्रिय हैं। पाकिस्तान के इस दावे का कोई मतलब नहीं है कि वो क्या कहता है। उसके दावों की सच्चाई जमीन पर भी दिखनी चाहिए। लेकिन हकीकत से पूरी दुनिया वाकिफ है।
किरबी ने कहा कि जब तक आतंक के स्रोत पर प्रभावी कार्रवाई नहीं की जाएगी, आतंकी अपने नापाक मंसूबों को यूं ही अंजाम देते रहेंगे। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान द्वारा पाक सरकार के खिलाफ विरोध पर किरबी ने कहा कि अमेरिका लोकतंत्र की रक्षा के लिए सदैव काम करता रहा है। पाकिस्तान की चुनी सरकार का अमेरिका समर्थन करता रहेगा। अमेरिकी प्रशासन की स्पष्ट सोच है कि पाक में आतंकी संगठनों पर लगाम लगाने के लिए एक सक्षम सरकार होनी चाहिए। पाक सरकार के खिलाफ किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन से आतंकवाद के खिलाफ मुहिम कमजोर होगी।
दक्षिण एशिया में आतंकवाद की समस्या पर बोलते हुए किरबी ने कहा कि इसके लिए साझा प्रयास की जरूरत है। पाकिस्तान सिर्फ ये कहकर नहीं बच सकता है कि वो खुद आतंकवाद से पीडि़त है। पाकिस्तान को नापाक संगठनों पर लगाम लगाने के लिए मूल समस्या तक जाना होगा।
क्वेटा हमला स्थानीय मुद्दा
क्वेटा में पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पर हुए आतंकी हमले के बारे में किरबी ने कहा कि ये एक क्षेत्रीय समस्या है। जिसे वो पाक सरकार के साथ उठाएंगे। उन्होंने कहा कि ये पहला मौका नहीं है कि जब पाकिस्तान में इस तरह की दुखद घटना हुई हो। इस घटना से पाकिस्तान को सबक लेने की जरूरत है। पाक सेना और हुक्मरानों को ये समझना पड़ेगा कि आखिर इस तरह की घटनाएं क्यों हो रही हैं।
पाकिस्तान को ‘तोडऩेÓ की कोशिश कर रहा है भारत: इमरान
इस्लामाबाद। क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान ने दावा किया है कि भारत पाकिस्तान को ‘तोडऩेÓ और भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाये गये कदमों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के 64 वर्षीय अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया।
क्वेटा के लिए रवाना होने से पहले अपने आवास के बाहर इमरान ने संवाददाताओं से कहा, ‘भारत में एक नये सिद्धांत का जन्म हुआ है जिसका लक्ष्य पाकिस्तान को तोडऩा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे हमें सेना के जरिये हराने में सफल नहीं हो सके।Ó इमरान ने कहा कि भारत नहीं चाहता है कि पाकिस्तान में आंतरिक राजनीति सुधार आंदोलन सफल हो। उन्होंने कहा, ‘हम लोग जब भी देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ सुधार आंदोलन की शुरुआत की योजना बनाते हैं, उसी समय इस तरह के आतंकी हमले हो जाते हैं।Ó इमरान ने शरीफ को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया क्योंकि उनके मुताबिक पनामा पेपर लीक के बाद प्रधानमंत्री खुद को जवाबदेही से बचाने में लगे हैं।
आतंकवाद पर फिर पाकिस्तान को लताड़
