जयपुर, 26 अक्टूबर। दिग्गज जाट नेता डॉ. हरिसिंह और सुभाष महरिया कल नई दिल्ली के एआईसीसी में आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस का दामन थामेंगे। इसके अलावा निर्दलीय विधायक नन्दकिशोर महरिया भी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे। सुभाष महरिया और डॉ. हरिसिंह के कांग्रेस में आने के बाद ये संदेश जरूर देने में पार्टी कामयाब हो जाएगी कि राजस्थान की राजनीति की धुरी रहे जाट समाज का अब भी रूझान कांग्रेस की तरफ ही है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के धुर विरोधी डॉ. हरिसिंह को कांग्रेस में वापिस लाने में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. सचिन पायलट सहित कई अन्य नेताओं का प्रयास रहा है। कल आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पायलट के अलावा प्रतिपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी भी दिल्ली जा रहे हैं।
गौरतलब है कि सुभाष महरिया और डॉ. हरिसिंह आमने सामने भी चुनाव लड़ चुके हैं। दोनों एक दूसरे को एक-एक बार हार का स्वाद भी चखा चुके हैं। अब दोनों साथ कांग्रेस में काम करेंगे। बताया जा रहा है कि कांग्रेस महरिया को सीकर में खड़ा करेगी जबकि डॉ. हरिसिंह फुलेरा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। अलबत्ता कांग्रेस में एक गुट इस बात का प्रचार जरूर कर रहा है कि डॉ. हरिसिंह के कांग्रेस में शामिल होने से यह तय हो गया है कि अब प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कमजोर हो रहे हैं और पायलट की आलाकमान अधिक मान रहा है।
हरिसिंह और महरिया कल शामिल होंगे कांग्रेस में
