बड़े नोट बने मुसीबत, शादियां बनी उलझन

-आम आदमी होने लगा परेशान
-टोल प्लाजाओं पर लगे जाम, सब्जियां तक नहीं मिल रही
-छोटे नोटों की पहले से ही कमी
-प्रदेश की सभी कृषि मंडियों में फैसले के खिलाफ हड़ताल
रोशनलाल शर्मा

जयपुर, 9 नवम्बर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भले ही काले धन पर लगाम लगाने और नकली नोटों से थर्राई अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए पांच सौ और एक हजार के नोटों को बंद कर दिया लेकिन इस फैसले के साथ ही आम आदमी की परेशानी अधिक बढ़ गई है। बड़े व्यवसायी या काला धन रखने वालों को तो क्या पता परेशानी होगी अथवा नहीं लेकिन आम आदमी आज सुबह से ही परेशान है। प्रदेश की कृषि मंडियों में आज इस फैसले के खिलाफ हड़ताल है। व्यापारियों का कहना है कि किसान अपनी फसल ला रहा है, ऐसे में उसे छोटे नोट कैसे देंगे। उसकी व्यवस्था तो सरकार ने की ही नहीं है।
राजधानी जयपुर में पेट्रोल पम्पों पर लम्बी कतारें लगी रही और वहां पर भी सौ रुपए का तेल डलवाने वालों को पांच सौ रुपए का ही तेल डाला जा रहा था क्योंकि छुट्टे नहीं थे। सबसे अधिक परेशानी जयपुर से बाहर जा रहे लोगों के सामने आई। चारों सीमाओं पर स्थित टोल प्लाजाओं पर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। टोल प्लाजा पर पांच सौ रुपए के नोट और हजार रुपए के नोट स्वीकार नहीं किए जा रहे थे। वहां लड़ाई झगड़े और नौंक झोंक की नौबत भी देखने को मिली।
पेट्रोल पम्पों पर ये नोट चल रहे हैं लेकिन वहां छुट्टे देने के लिए दूसरे छोटे नोट नहीं है। ऐसे में जो व्यक्ति सौ रुपए का पेट्रोल भरवा रहा है उसे भी मजबूरी में पांच सौ का पेट्रोल कम से कम लेना पड़ रहा है। इससे अचानक ही उसका बजट गड़बड़ा है। सौ के नोट और दूसरे छोटे नोट पहले से ही कम थे। ऐसे में आम आदमी के सामने बड़ी दिक्कत खड़ी हो गई है। इसके अलावा सब्जी मंडियों में भी भारी भीड़ है। वहां पर भी बड़े नोट लेकर जाने वालों को सब्जियां नहीं मिल रही है। छोटे नोट लोगों के पास हैं नहीं।
जिन्होंने शादी-ब्याह के खर्च के लिए पैसे निकाल रखे होंगे, वे चिंतित हैं। 500 और 1,000 रुपए के नोट बंद करने का असर शादी-ब्याह के साथ-साथ कई जगहों पर दिखने लगा है। कल देवउठनी ग्यारस है, सावों की शुरुआत हो रही है। इस दिन देशभर में 40 हजार से ज्यादा शादियां हैं। लोगों ने हलवाई, टेंट वाले आदि को देने के लिए कैश घर पर रख रखा है। इन नोटों को बैंक जाकर भी बदलवाते हैं तो सिर्फ 4 हजार रुपए ही बदलवा सकेंगे।
छोटी फैक्ट्रियों, कारखानों के मालिकों ने कर्मचारियों को बांटने के लिए सैलरी निकाल रखी है। वो पैसे भी एक साथ नहीं बदलवा सकेंगे। ऐसे में क्या कर्मचारियों की तनख्वाह अटक गई है। छोटे मजदूर जिनका कोई बैंक खाता नहीं है, वो अपनी पगार के बड़े नोट कहां बदलवाएंगे? दिहाड़ी मजदूरों पर बड़ा असर पडऩे लगा है। उनको तो फांकों की नौबत आ गई है।
आम आदमी का कहना है कि सरकार को इस फैसले को लेने के बाद कम से कम एक सप्ताह का तो समय देना ही चाहिए था। अब प्रश्न यह खड़ा हो गया है आखिर नौकरी पेशा व्यक्ति को वेतन कैसे मिलेगा। अधिकांश प्राइवेट नौकरियों में और फैक्ट्रियों में दस तारीख से पन्द्रह तारीख के बीच तन्ख्वाह मिलती है। नकद तन्ख्वाह मिलना तो अब मुश्किल ही हो गया है।
अजमेर रोड के टोल आज फ्री, पर्यटक स्थलों में भी निशुल्क प्रवेश
पांच सौ और एक हजार रुपए के नोटों के बंद हो जाने के बाद आज सुबह से हर जगह झिकझिक जारी है। इस बीच आमेर पहुंचे पर्यटकों को भी दिक्कत उठानी पड़ी। वहां बड़े नोटों के बदले टिकट नहीं दिए गए तो हंगामा खड़ा हो गया। इसके बाद पुरातत्व विभाग ने जयपुर के सभी दर्शनीय स्थलों को आज के लिए निशुल्क कर दिया। इसी प्रकार अजमेर रोड पर किशनगढ़ टोल प्लाजा पर यात्रियों और टोल संचालकों के बीच हुई कहासुनी के बाद और लम्बे जाम को देखते हुए टोल को मुफ्त कर दिया गया।
सोना हुआ महंगा
नोट बंद होने के बाद भारतीय सर्राफा बाजार में सोने के भाव एक ही रात में 3000 से 5000 हजार रुपए तक तेज हो गए हैं। सर्राफा कारोबारी ज्वैलरी के बदले सौ रुपए के नोट मांग रहे हैं। ऐसा नहीं होने पर पेन कार्ड व पहचान पत्र के साथ ही बाजार भाव से पांच हजार रुपए तक ज्यादा मांग रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब पांच सौ रुपए और एक हजार रुपए का नोट बंद करने की घोषणा की थी तब सोने के भाव एमसीएक्स में करीब 29,700 रुपए प्रति दस ग्राम तक थे और बाजार में करीब पांच सौ रुपए ऑन के हिसाब से लोगों को करीब 30200 रुपए प्रति दस ग्राम के भाव से मिल रहा था। वहीं व्यापारियों ने पांच सौ रुपए ऑन को बढ़ा रुपए करीब तीन से पांच हजार रुपए तक तेज कर दिया। बाजार में सोने के भाव करीब 34 हजार रुपए से 35000 हजार रुपए प्रति दस ग्राम तक पहुंच गए। इसी के साथ व्यापारी ग्राहकों से सौ रुपए के नोट मांग रहे हैं। ऐसा नहीं होने पर पांच सौ और एक हजार रुपए के नोट देने पर पांच हजार रुपए तक अवैध तौर पर ज्यादा मांग रहे हैं। इसके साथ भी पेनकार्ड और पहचान पत्र भी ले रहे हैं ताकि उसकी जानकारी खातों में दे सके।

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