ट्रंप की हार को जीत में बदला एक भारतीय ने -हर दिन 23 घंटे तक काम कर बनाई रणनीति

ट्रंप की हार को जीत में बदला एक भारतीय ने
-हर दिन 23 घंटे तक काम कर बनाई रणनीति

न्यूयॉर्क, 10 नवम्बर। अमेरिका के राष्ट्रपति के चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प जीत गए। लखनऊ के आईआईएम से पढ़े 30 साल के अविनाश इरागावारापू उनकी इस जीत के रणनीतिकार हैं। वो ट्रम्प की इलेक्शन टीम में स्टेट चीफ कैम्पेनर थे। सोशल मीडिया और आईटी रणनीति भी इन्होंने ही बनाई थी। इस साल 21 सितंबर से पहले तक ट्रम्प हार रहे थे। हिलेरी का जीतना तय था। मेन इलेक्शन में सिर्फ 45 दिन बचे थे। 22 सितंबर को एक बड़ी मीटिंग हुई। इस मीटिंग ने ट्रम्प को जीत का जैकपॉट दे दिया। अभी अमेरिका में रह रहे आंध्र प्रदेश के अविनाश ने बताया कि इस मीटिंग में रिपब्लिकन ट्रम्प सहित इलेक्शन टीम के सभी अहम लोग मौजूद थे। उस दिन बनी नई स्ट्रैटजी और फिर रोज 19 से 23 घंटे तक हुए काम ने 70 साल के ट्रम्प को अमेरिका के राष्ट्रपति की रेस में जितवा दिया।
एक अन्य सदस्य शलभ की ओर से ट्रम्प को दिया गया मोदी मंत्र यानी अबकी बार ट्रम्प सरकार भी इसी स्ट्रैटजी का हिस्सा था। 12 हजार लोगों की टीम सुबह 5-6 बजे से रात 3-4 बजे तक काम करती थी।
हिलेरी से नुकसान को प्रमोट करना थी नई स्ट्रैटजी
अविनाश ने बताया, नई स्ट्रैटजी में टीम का पूरा फोकस चेंज हो गया था। पहले हम ट्रम्प की क्वालिटी और उनके प्रेसिडेंट बनने से अमेरिका को होने वाले फायदे को सेल कर रहे थे। सितंबर में बनी नई स्ट्रैटजी में हिलेरी के प्रेसिडेंट बनने से होने वाले नुकसान और उनकी कमियों को वोटर्स के सामने रखने का प्लान बनाया गया। इस प्लान पर सुबह 6 बजे से रात 3 बजे तक 20 से 22 घंटे काम किया।
पॉजिटिव माहौल बदल गया नेगेटिव में
नई स्ट्रैटजी में वोटर्स के जेंडर, एजुकेशन, इनकम ग्रुप और नागरिकता के आधार पर एंटी हिलेरी मैसेज फ्लोट किया जाने लगा। जैसे महिलाओं को मैसेज भेजा गया तो उसमें हिलेरी की ओर से एंटी वुमन स्टेटमेंट या एक्ट लिखा। हाई इनकम ग्रुप वालों को भेजने पर उससे जुड़ा एंटी स्टेटमेंट सेंड किया। लोग ट्रम्प को लेकर शुरुआती पॉजिटिव कैम्पेन से हिलेरी की तुलना करने लगे। इसके बाद हिलेरी को लेकर अमेरिका में नेगेटिव माहौल जनरेट हो सका।
मोदी मंत्र से 3 दिन के अंदर फेवर में आ गए इंडियन्स अमेरिकन
अविनाश के अनुसार नई स्ट्रैटजी की प्लानिंग के दौरान ट्रम्प को उनकी पार्टी के हिंदू संघ प्रेसिडेंट शलभ से मोदी मंत्र का आइडिया मिला। इसमें अबकी बार मोदी सरकार की तर्ज पर हिंदी में अबकी बार ट्रम्प सरकार का नारा ट्रम्प से हिंदी में बोलने को कहा गया। इस वीडियो के आने के 3 दिन के अंदर हिंदुओं और अमेरिकी भारतीयों में ट्रम्प को लेकर फेवर काफी बढ़ा।

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