-नोट बदलने की तैयारियां करके लौटे थे, कोई नहीं बचा जिंदा
कानपुर, 10 नवम्बर। यहां अनियंत्रित कंटेनर और मारुति वैन की टक्कर में एसबीआई के 7 कर्मचारियों और वैन ड्राइवर सहित 8 लोगों की मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दो घंटे के रेस्क्यू के बाद क्रेन से कंटेनर हटवाकर वैन में फंसे शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
हादसा कानपुर के बिधनू थानाक्षेत्र के हमीरपुर-सागर मार्ग के पास बुधवार देर रात हुआ। जानकारी के मुताबिक, कंटेनर कानपुर की तरफ से जा रहा था, जबकि एसबीआई के कर्मचारी वैन से घाटमपुर की तरफ से लौट रहे थे। अचानक बिनगवा गांव के पास कंटेनर और वैन में भिड़ंत हो गई और वैन हाइवे के किनारे बने गड्ढे में जा गिरी। वैन के ऊपर कंटेनर गिर गया। चीख पुकार सुनने के बाद लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी। पुलिस को काफी मुश्किल से क्रेन मिल पाई। क्रेन को कंटेनर हटाने में और शव निकालने में दो घंटे लग गए। तब तक वैन में बैठे सभी बैंक कर्मचारियों और वैन ड्राइवर की मौत हो चुकी थी।
बताया जा रहा है कि मृतक 500 और 1000 हजार के नोटों पर बैन लगने के बाद देर रात बैंक में इसकी तैयारियों का जायजा लेने के बाद लौट रहे थे। वे सभी इसलिए बैंक में रुके थे, ताकि जब 11 नवंबर को बैंक खुले तो किस तरफ से नोट बदले जाएंगे, कैसे पब्लिक डीलिंग की जाएगी, नई करेंसी को कैसे ग्रामीणों को दिया जाना है, नकली नोटों और असली नोटों की कैसे पहचान करनी है, इसमें लोगों को दिक्कत न हो।
क्या कहना है पुलिस का?
एसपी रूरल राजेश कुमार के मुताबिक, कंटेनर वैन को घसीटते हुए गड्ढे में जा गिरा। इस बीच कंटेनर वैन के ऊपर गिरा, जिससे वैन दब गई और इसमें बैठे सभी लोगों की मौत हो गई। क्रेन के जरिए कंटेनर को हटाकर सभी के शवों को बाहर निकाल लिया गया है और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। कंटेनर के ड्राइवर और परिचालक की तलाश की जा रही है।
इन लोगों की हुई मौत
वैन में बैंक मैनेजर रूपेंद्र सिंह, सुनीता सिंह, फील्ड ऑफिसर अजय तिवारी, फील्ड ऑफिसर राहुल, नवीन श्रीवस्तव, उत्तम कुमार, सोहन लाल शुक्ला, अशोक तिवारी, वैन ड्राइवर भारत लाल मौजूद थे।
दुर्घटना में आठ बैंक कर्मचारियों की दर्दनाक मौत
