-हालात जस के तस
-छुट्टी के कारण बैंकों में कल से लम्बी लाइन
-सुबह-सुबह एटीएम बंद या फिर आउट ऑफ सर्विस
जयपुर, 12 नवम्बर। प्रदेश में लोग तीसरे दिन भी कतार में है। राजधानी के अधिकांश एटीएम में शनिवार सुबह पैसा नहीं था। लोग एटीएम मशीनों में मशक्कत नजर आए और फिर नाकाम व निराश होकर बैंक की लम्बी लाइन में लगने के लिए रवाना हो गए।
शनिवार को सरकारी छुट्टी होने के कारण बैंकों के बाहर इस सर्दी में सुबह छह बजे से ही लाइन लगनी शुरू हो गई थी लेकिन कई जगह बैंक सुबह साढ़े 9 बजे तक नहीं खुले। जबकि घोषणा यह थी कि बैंक आठ बजे खुल जाएंगे। रिजर्व बैंक के बाहर लम्बी लाइन सुबह 9 बजे से पहले ही लग चुकी थी। हालत यह थे कि रिजर्व बैंक के टोंक रोड वाले मुख्य द्वार से एक लाइन तो सुबोध कॉलेज क तरफ जा रही थी और दूसरी लाइन तख्तेशाही रोड की तरफ लम्बी हो चुकी थी।
सुबह-सुबह भीड़ से बचने के लिए हजारों लोग एटीएम मशीनों पर पहुंचे लेकिन उनमें पैसे ही नहीं मिले। एटीएम शुक्रवार रात को ही खाली हो चुके थे और दोबारा उनमें पैसे नहीं डाले गए थे। कई एटीएम के तो आज सुबह शटर ही नहीं उठाए गए थे और उनके बाहर एक कागज चिपका था जिस पर लिखा था कि इस एटीएम में पैसे नहीं है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद 500 और 1000 रुपए के नोट बंद कर दिए गए हैं। गुरुवार को बैंक जल्द खोल दिए गए थे लेकिन लोगों की लाइन में शनिवार तक कहीं भी कमी नहीं देखी गई। लोग नोट बदलवा रहे हैं, जमा करा रहे हैं।
अब 14 तक चलेंगे 1000 और पांच सौ के नोट
500 और 1000 के पुराने नोटों का इस्तेमाल को लेकर केंद्र सरकार ने आम आदमी को राहत देते हुए 72 घंटे की और राहत दी है। सरकार ने घोषणा की है कि सभी अस्पतालों, रेलवे टिकट, हवाई यात्रा, सरकारी बसों, पेट्रोल पंपो पर 14 नवंबर रात 12 बजे तक पुराने नोट मान्य होंगेे। इससे पहले पीएम मोदी ने घोषणा की थी कि 11 नवंबर को रात 12 बजे तक इन जगहों पर 500 और 1000 के नोट स्वीकार किए जाएंगे, जिसका आज अल्टीमेटम खत्म हो रहा था।
टोल टैक्स पर छूट की सीमा बढ़ी
सरकार ने नेशनल हाइवे पर आवाजाही सरल बनाए रखने के लिए टोल टैक्स पर छूट की सीमा 14 नवंबर तक के लिए बढ़ाने की घोषणा की है। सरकार ने इस बारे में नया दिशा-निर्देश जारी किया है। इसके तहत कोर्ट फीस के भुगतान को भी इसमें शामिल किया गया है। सड़क परिवहन मंत्रालय के टोल छूट में जारी किए जा रहे दिशा-निदेर्शों को देखते हुए राज्य और नैशनल हाइवे पर टोल छूट को इससे से हटा लिया गया है।
शादियां निपटी लेकिन सूनी-सूनी
देव उठनी एकादशी पर जैसे-तैसे शादियां तो हो गई लेकिन समारोह सूने सूने ही रहे। पैसे के अभाव में कई जगह शादी समारोह सीमित कर दिए गए। खाना भी कम लोगों का बना। उधर कन्यादान में आने वाले लिफाफों में भी सौ रुपए से अधिक का कन्यादान नहीं मिला। कई जगह तो लोगों ने पांच सौ रुपए के पुराने नोट ही डाल दिए।