कानपुर देहात जिले के पुखरायां में रविवार हुए इंदौर-पटना एक्सप्रेस हादसे के बाद मलबा हटाने के दौरान उसमें से नौ शव और मिले हैं। अब हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 142 हो गई है। हादसे के बाद बचाव अभियान हालांकि समाप्त हो चुका है लेकिन मलबा हटाने का काम अभी जारी है । इस हादसे में 400 से ज्यादा लोग घायल हैं। गंभीर रूप से घायलों का इलाज कानपुर के हैलट अस्पताल में चल रहा है। पिछले 6 साल में ये सबसे बड़ा रेल हादसा है। वहीं रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने आज लोकसभा में रेल हादसे पर बयान देते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच कराने की बात कही कही है। वे राज्यसभा में भी इस प
इमरजेंसी ब्रेक नहीं लगाता तो घटना और भयानक होती
एक छोटी सी चूक के चलते इंदौर से पटना (राजेंद्र नगर टर्मिनल) जा रही 19321 अप एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पुखरायां और मलासा स्टेशन के बीच दलेल नगर गांव में रविवार सुबह 3:07 बजे पटरी से उतर गई। इस बात की पुष्टि ट्रेन के ड्राइवर ने की है। उसके मुताबिक, ट्रेन में लर्च (ट्रैक के नीचे जमीन धंसने से ट्रेन को लगने वाला झटका) की वजह से इमरजेंसी ब्रेक लगानी पड़ी। उस समय ट्रेन की रफ्तार 108 किलोमीटर प्रति घंटा थी। अचानक पहिए थमने से कई डिब्बे पटरी से उतर गए।