अपने नोटों को नहीं निकलने देना गैरकानूनी , देश में अराजकता फैलने की नोबत

जयपुर। कांग्रेस को नोटबंदी के रूप में सबसे बड़ा मुद्दा हाथ मिल गया है। विरोध की रणनीति के तहत अब कांग्रेस 24 नवंबर को जन आक्रोश मार्च निकालने जा रही है। इसी विरोध की तैयारी में कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हिटलर बता दिया और कहा कि उनकी हिटलरशाही के कारण लोगों के चूल्हे बंद हो गए हैं।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में खाचरियावास ने कहा कि प्रदेश में करोड़ों लोग केन्द्र सरकार की नोटबंदी से परेशान हैं। कई घरों में चूल्हा तक नहीं जल रहा है। दिहाड़ी मजदूर, किसान, कर्मचारी, व्यापारी, महिलाएं, बच्चे सभी परेशान हैं।पूरा मार्केट थम सा गया है, हालात बहुत खराब हैं। लोगों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है। बैंकों के बाहर कतार में खड़े लोगों की मौत हो जाने के बावजूद केन्द्र व राज्य सरकार तानाशाही व हिटलरशाही के दम पर लोगों की आवाज कुचलना चाहती है। खाचरियावास यहीं नहीं रुके, बोले, प्रधानमंत्री की हिटलरशाही से जन-आक्रोश भड़क सकता है। ऐसा हो गया तो सरकार को महंगा पड़ेगा। यदि बैंकों में लोगों को नोट नहीं मिले तो अराजकता फैल जाएगी। कानून व्यवस्था चौपट हो जाएगी। यदि अव्यवस्था फैली तो उसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी। खाचरियावास ने कहा कि फाइनेंस विभाग के आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में जितने नोट छापे जा रहे हैं, वो आने वाले कई वर्षों तक पर्याप्त नहीं है, जिन लोगों के बैंकों में खाते है आज वो अपने खुद के पैसे लेने के लिए भिखारियों की तरह चार-पांच दिन तक लाइनों में खड़े रहते है, लेकिन उन्हें पैसे नहीं मिल पा रहे है। नोटों की कालाबाजारी हो रही है, सरकार नाम की कोई चीज नहीं है।
एफडीआर के पैसे भी देने को तैयार नहीं सरकार
खाचरियावास ने कहा कि कानून कायदों को ताक में रखकर धारक के खाते में पैसे होने के बावजूद उसे पैसे नहीं देना, गैर कानूनी कृत्य है।बैंकों में जिन लोगों ने एफडी करा रखी है यदि वो अपनी एफडी तुड़वाकर तुरंत पैसे चाहे तो निकाल सकते हैं, लेकिन सरकार उन्हें भी पैसे देने को तैयार नहीं है। पूरे देश और प्रदेश में अराजकता फैली हुई है, झूठ के आधार पर उन गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को परेशान किया जा रहा है जिनका कालेधन से दूर-दूर तक लेना-देना नहीं है। इनमें से मात्र 5 प्रतिशत लोग इनकम टैक्स पेयर हैं, इन 5 प्रतिशत लोगों से पैसा वसूल करने के कानून-कायदे सरकार ने पहले से ही निर्धारित कर रखे हैं। ऐसे में अचानक सभी लोगों के नोटों को रिजेक्ट कर देने से उन 60 प्रतिशत लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है, जिनके बैंक में खाते नहीं हैं। वो इधर-उधर मारे-मारे घूम रहे हैं लेकिन सरकार ने कोई व्यवस्था नहीं की है।
ये होगा कांग्रेस का जनाक्रोश मार्च
कांग्रेस के कार्यकर्ता 24 नवम्बर दोपहर 1 बजे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर एकत्रित होकर सिविल लाइंस राज्यपाल के राजभवन तक जन आक्रोश मार्च करेंगे, जिसमें नोट दो, फ्री राशन दो, सरकारी व्यवस्थाएं ठीक करो, नारे के साथ धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद राज्यपाल कल्याण सिंह को ज्ञापन दिया जाएगा।बैठक में जिला प्रभारी-मा. भंवरलाल मेघवाल, रीटा चौधरी, पूर्व सांसद-महेश जोशी, पूर्व मंत्री-ब्रजकिशोर शर्मा, कांग्रेस नेता-अर्चना शर्मा, संजय बाफना, अमीन कागजी, गुलाम नबी, धर्मसिंह सिंघानिया, कमल वाल्मिकी, हनुमान मीणा, मनोज मुदगल, विमल यादव, लक्ष्मण दास मोरानी, मुकेश छापोला, हरेन्द्रपाल सिंह जादौन, मंजू शर्मा, मोहम्मद शफीक, जगदीश चौधरी, विकास कौल, रानी लुबाना, संगीता गर्ग, समीर सुखीजा, शीला सैनी, उमर दराज शामिल रहे  ।

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