जयपुर। फेडरेशन ऑफ राजस्थान
ट्रेड एंड इंडस्ट्री (फोर्टी) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नोटबंदी से
उत्पन्न स्थिति में सुधार के लिए कदम उठाने की मांग करते हुए कहा कि यदि
यही स्थिति रही तो दो माह में एक लाख करोड़ रुपए के कारोबार का नुकसान हो
सकता है।
फोर्टी के
कार्यकारी अध्यक्ष अनुराग शर्मा ने बताया कि फोर्टी ने प्रधानमंत्री के नाम
एक ज्ञापन राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह को सौंपा है, जिसमें
प्रधानमंत्री से व्यापार व उद्योग जगत के साथ-साथ आमजन को राहत पहुंचाने की
मांग की गई है।
उन्होंने
कहा कि नोट बंदी के कारण विनिर्माण क्षेत्र और खुदरा क्षेत्र में बहुत
बुरा प्रभाव पड़ा है। भुगतान करने के लिए पर्याप्त नकदी उपलब्ध नहीं होने
के कारण उत्पादन पर भी असर पड़ा है।नोटबंदी
के बाद से लोगों ने बैंकों में भारी पैसा जमा करवाया है। वहीं वहीं एक लाख
करोड़ की नकदी बैंकों से इस अवधि में निकाली गई है। भारतीय रिजवज़् बैंक
ने जानकारी देते हुए बताया कि 10 से 18 नवंबर के बीच बैंकों में कुल 5.12
लाख करोड़ रुपए की नकदी जमा हुई है।
पुराने
नोट बैंकों से बदलने की बात करें तो कुल 33,000 करोड़ रुपए की राशि
ग्राहकों की ओर से बैंकों से बदली गई है। इस तरह बैंकों के पास नोटबंदी के
फैसले के बाद से 18 नवंबर तक 5.44 लाख करोड़ रुपए के पुराने नोट (500 और
1000 रुपए) जमा हुए हैं।
नोटबंदी से एक लाख करोड़ के कारोबार के नुकसान से पी एम को अवगत कराया
