-डेढ़ बजे करेंगे ऐलान, वेलकम ऑफर मार्च तक बढ़ेगा या फिर लागू होगा टेरिफ
मुंबई। रिलायंस जियो के ग्राहकों की आज फिर एक बार मुकेश अम्बानी से आस बंधी हुई है। मुकेश अम्बानी करीब डेढ़ बजे बड़ी घोषणा करने वाले हैं। लोगों में उत्सुकता है कि क्या जियो का वेलकम ऑफर मार्च तक बढ़ेगा या फिर दस दिसम्बर के बाद से टेरिफ लागू हो जाएगा।
मुकेश अंबानी ने लोगों को रिलायंस जियो के माध्यम से फ्री कॉल और इंटरनेट देकर काफी उत्साहित किया है। जियो का वेलकम ऑफर दस दिसंबर तक है। आज दोपहर डेढ़ बजे रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी एक बार फिर से कुछ बड़े ऐलान के साथ देश के मोबाइल यूजर्स के बीच तहलका मचा सकते हैं। इसी दौरान पब्लिक वाईफाई से लेकर वेलकम ऑफर की अवधि बढ़ाने और फाइबर टु द होम सर्विस की आधिकारिक लांचिंग हो सकती है।
वेलकम ऑफर की घोषणा करते हुए मुकेश अंबानी ने सितंबर महीने की शुरुआत में 31 दिसंबर तक फ्री डाटा और फ्री कॉल की घोषणा की थी। बाद में ट्राइ ने निर्देश जारी किया था कि कोई भी वेलकम ऑफर नब्बे दिनों से ज्यादा नहीं चल सकती। ऐसे में आज मुकेश अंबानी या तो जियो यूजर्स के लिए टैरिफ लांच कर सकते हैं या फिर वेलकम ऑफर पार्ट 2 लाकर यूजर्स को नब्बे और दिनों तक फ्री कॉल और डाटा की सौगात दे सकते हैं।
गौरतलब है कि जियो ने पहले से ही देश के कई जगहों पर पब्लिक वाईफाई की टेस्टिंग कर रही है, लेकिन पूरे देश में एक साथ पेश करना इतना भी आसान नहीं होगा। 4 दिसंबर से रिलायंस जियो के यूजर्स को फ्री सर्विसेज मिलेंगी या फिर दुबारा से वेलकम ऑफर शुरू होगा यह अभी स्पष्ट नहीं है। अगर टैरिफ की शुरुआत हुई तो आपको कायदे से जियो की पब्लिक वाईफाई भी मिलनी चाहिए, क्योंकि सभी प्लान में कुछ डेटा ऐसे हैं जिन्हें पब्लिक वाईफाई के जरिए ही यूज किया जा सकता है। ऐसे में बिना पब्लिक वाईफाई लांच किये टैरिफ की शुरुआत होती है तो जाहिर है यूजर्स को ठगा महसूस होगा।
कंपनी ने मंगलवार को बताया था कि 83 दिनों में पचास मिलियन कस्टमर्स बनाये गये हैं। उसके बाद जियो 4जी के लिए नंबर पोर्टेब्लिटी की सुविधा भी शुरू कर दी गयी है। जियो का टार्गेट इस साल के अंत तक सौ मिलियन कस्टमर जुटाने का है। उम्मीद है वेलकम ऑफर का दूसरा पार्ट लॉन्च होगा जिसकी अवधि मार्च तक होगी। जिसकी सहायता से कंपनी अपने कस्टमर्स जोडऩे के लक्ष्य को हासिल कर लेगी।
आज जियो उपभोक्ताओं की मुकेश अम्बानी से फिर आस
