=सरकार की मंशा पर लगाया प्रश्न चिह्न, कमजोर पैरवी का आरोप
जयपुर। कोर्ट द्वारा एसबीसी के आरक्षण पर रोक के बाद गुर्जर समाज अपने अधिकारों से वंचित हो गया है। इसलिए भीलवाड़ा में कल यानि मंगलवार को समाज के पंच पटेलों की निर्णायक पंचायत होगी जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।
कांग्रेस नेता और जहाजपुर के विधायक धीरज गुर्जर ने आज पिंकसिटी प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि लगातार दसा सालों से आरक्षण के नाम पर हमारे समाज की बलि ली जा रही है और आज फिर सरकार की मंशा व कमजोर पैरवी के चलते खाली हाथ दौराहे पर खड़े हैं। मंगलवार को इसी मुद्दे पर होने वाली पंचायत में भीलवाड़ा, चित्तौड़, राजसमन्द और उदयपुर के मंच पटेल रणनीति बनाकर मेवाड़ की धरा से गुर्जर आंदोलन का आगाज करेंगे। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि 72 गुर्जरों की बतल लेने के बाद और हजारों युवाओं पर मुकदमें लगाने के बाद भी बार-बार कमजोर विधेयक 9वी अनुसूचि में शामिल करने के झांसे देने के बाद भी अब कोर्ट में कमजोर पैरवी के कारण गुर्जर समाज का एसबीसी का अधिकार छीन गया है। आज की तारीख में गुर्जर समाज ना एसबीसी में है ना ही ओबीसी में। इससे बड़ा कुठाराघात हमारे समाज के साथ नहीं हो सकता। वसुन्धरा सरकार की ओर से अदालत में कमजोर पैरवी व गुर्जरों का पक्ष गंभीरता से नहीं रखने के कारण यह स्थिति आई है और कोर्ट ने एसबीसी के आरक्षण पर रोक लगा दी है जिससे साफ हो गया है कि सरकार की मंशा आरक्षण देने की नहीं बल्कि सिर्फ समय व्यतीत करने की रही है।
धीरज ने सरकार से मांग की है कि हमें सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी नहीं चाहिए। केन्द्र व प्रदेश में एक ही सरकार है, सरकार तत्काल स्टे लेवे और 9वीं अनुसूचि में इसे शामिल कराए।
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