नई दिल्ली, 31 दिसम्बर। जियो की सिम के जरिए अनलिमिटेड इंटरनेट और वॉय कॉलिंग का मजा ले रहे करोड़ों उपभोक्ताओं के लिए ये खबर कुछ दुखभरी हो सकती है कि ट्राई का फैसला जियो की इन सर्विसेज के खिलाफ भी आ सकता है।
मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी रिलायंस जियो ने लॉन्चिंग के साथ फ्री इंटरनेट और वॉयल कॉलिंगकी सुविधा दी थी। बाद में कंपनी ने न्यू ईयर ऑफर के तहत इस सुविधा को 31 मार्च तक के लिए बढ़ा दिया था। मोबाइल सेवा की दुनिया में कदम रखने के साथ ही जब रियालंस जियो ने यह ऑफर दिया था तब भी कई अन्य ऑपरेटरों ने इसका जमकर विरोध किया था। कंपनियों ने इसकी शिकायत ट्राई से लेकर टीडीसैट में की थी। अब जब कंपनी ने न्यू ईयर ऑफर दिया तब फिर कंपनियां नाराज हो गईं और फिर ट्राई के दरवाजे पहुंच गई। ट्राई ने नोटिस भेजकर रिलायंस से जवाब मांगा था। कंपनियों की इस आपसी लड़ाई का सीधा नुकसान कॉल ड्रॉप के रूप में ग्राहकों को हो रहा है।
रिलायंस ने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) से कहा है कि उसकी नई वॉयस और डेटा पेशकश मौजूदा नियमनों का उल्लंघन नहीं करती हैं। इन नियमनों के तहत प्रचार के लिए किसी तरह की पेशकश की अवधि नब्बे दिन की अवधि के लिए हो सकती है। ट्राई ने कंपनी से अपनी मुफ्त कॉल और डाटा पेशकश को बढ़ाकर 31 मार्च, तक करने के लिए स्पष्टीकरण मांगा था। प्रचार के लिए पेशकश की नब्बे दिन की अवधि 4 दिसंबर को समाप्त हो गई है। जियो ने ट्राई को अपनी हैप्पी न्यू ईयर पेशकश के बारे में विस्तार से नोट भेजा है। इसमें बताया गया है कि उसकी यह पेशकश शुरुआती पेशकश से कैसे भिन्न है और यह बाजार बिगाडऩे वाली नहीं है। ट्राई ने बीस दिसंबर को जियो को पत्र भेजकर पूछा था कि क्यों न उसकी हैप्पी न्यू ईयर पेशकश को नियामकीय दिशानिर्देशों का उल्लंघन माना जाए।
…तो क्या ट्राई रोक लगाएगी जियो की फ्री नेट और वायस कॉले सेवा पर
