स्वच्छ सर्वेक्षण 2017 की शुरुआत बुधवार से

जयपुर, 3 जनवरी
। स्वच्छ सर्वेक्षण 2017
में जयपुर शहर अपनी पॉजिशन तेजी से मजबूत करता जा रहा है। 500 शहरों
के मध्य चली रही स्वच्छता की प्रतिस्पर्धा में जयपुर 21वें
स्थान पर पहुंच गया है। शहर के लिए यह गर्व का विषय है। जयपुर ने हाल ही में
ग्रेटर मुंबई को रैंकिंग में पछाड़ दिया है। उल्लेखनीय है कि 4 जनवरी
2017 से स्वच्छ सर्वेक्षण 2017
प्रारंभ हो रहा है।

महापौर श्री अशोक
लाहोटी ने बताया कि स्वच्छता एप डिजिटल इंडिया का एक हिस्सा है। सभी जयपुरवासियों
को यह संकल्प लेना होगा कि मैं मेरे घर या दुकान का कचरा सड़क पर नहीं डालूंगा। सभी
के समन्वित प्रयासों से ही शहर को स्वच्छ बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि
स्वच्छता एप को अपने स्मार्टफोन में डाउनलोड करने से आम नागरिकों की समस्याओं का
तुरंत समाधान होगा।     

स्वच्छता
एमओयूडी एप

स्वच्छता एमओयूडी एप
को लगभग 10 हजार लोगों ने डाउनलोड कर लिया है। यह संख्या जयपुर को भारत के टॉप 10 शहरों
में शामिल करती है। स्वच्छता एमओयूडी एप को ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने
स्मार्टफोन में इंस्टॉल करना होगा। इसके बाद मोबाइल को रजिस्टर करना होगा।
प्रोफाइल में जाकर नाम दर्ज करना होगा। एप इस्तेमाल करके और अपनी समस्या की फोटो
लेकर रिपोर्ट करनी होगी। उल्लेखनीय है कि इस एप में लोकेशन पर जाकर समस्या हल करने
के बाद फोटो ली जाएगी। समस्या हल होने के बाद यूजर्स के फीडबैक पर भी ध्यान दिया
जाता है।

रहना
होगा एक्टिव

यूजर के जुड़ाव, यूजर
की हैप्पीनेस और एजेंसी की त्वरितता के आधार पर स्वच्छता एमओयूडी एप में शहर की
रैंकिंग तय होती है। स्वच्छता एमओयूडी एप डाउनलोड और इंस्टॉल करने के बाद आपको एप
पर एक्टिव पर रहना होगा और फीडबैक देना होगा। आप अन्य लोगों द्वारा की गई शिकायत
को वोटअप कर सकते हैं। इससे शिकायत को दूर करने की प्राथमिकता बढ़ जाती है।

इन समस्याओं को दूर करता है एप


कूड़े की गाड़ी नहीं आई


जन शौचालय में जल आपूर्ति नहीं है


मृत पशु


जन शौचालय में भराव


झाड़ू नहीं लगी


जन शौचालय की सफाई


कूड़ेदान की सफाई


कूड़े का ढेर


जन शौचालय में विद्युत आपूर्ति नहीं है

 सिटीजन फीडबैक

4 जनवरी से पूरे भारत के 500 शहरों
के नागरिकों से सिटीजन फीडबैक लिया जाएगा। इस फीडबैक के आधार पर शहर को अंक दिए
जाएंगे। जयपुर शहर को स्वच्छ सर्वेक्षण 2017 में सफल बनाने के लिए सिटीजन
फीडबैक सकारात्मक होना आवश्यक है। इससे पूरे शहर को फायदा होगा।

सिटीजन फीडबैक से जुड़े 6 प्रश्न

इन प्रश्नों का सकारात्मक जवाब जाएगा तो
होगा शहर को फायदा-


क्या आपको पता है कि आपका शहर स्वच्छ सर्वेक्षण 2017 में हिस्सा ले रहा है?

–  क्या आप अपने इलाके को पिछले
वर्ष से ज्यादा साफ पाते हैं?

–  क्या इस वर्ष आपको बाजार के
इलाकों में डस्टबिन आसानी से मिल जाते हैं?

–  क्या इस वर्ष आपके घर से डोर
टू डोर कचरा संग्रहण बेहतर है?

–  क्या पिछले वर्ष के मुकाबले
सार्वजनिकध्सामुदायिक शौचालयों तक पहुंच में सुधार हुआ है?


क्या इस वर्ष सार्वजनिक सामुदायिक शौचालयों में पानी, प्रकाश, दरवाजे
आदि की सुविधाओं में सुधार हुआ है?

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