जयपुर। भाजपा में घर के भेदी हो रहे घनश्याम तिवाड़ी पर अब पार्टी नेताओं ने भी जवाबी बयानबाजी शुरू कर दी है। प्रदेश भाजपा प्रशिक्षण महाअभियान सह प्रभारी बीरू सिंह राठौड़ ने सत्ता संगठन से अलग चल रहे घनश्याम तिवारी को मनोवैज्ञानिक रूप से बीमार करार दिया है।
राठौड़ के अनुसार इस तरह के मनोवैज्ञानिक बीमारी से पीडि़त राजनेता लगभग हर राज्य में मिल जाएंगे। लेकिन यदि इनकी संख्या बढ़ती है तो इनके प्रशिक्षण के लिए भी शिविर लगाया जाएगा। राठौड़ के अनुसार अपनी व्यक्तिगत हित की महत्वकांक्षा प्राप्त नहीं कर पाने पर इस तरह की बीमार नेताओं को जकड़ लेती है। जिसके बाद वह पार्टी के खिलाफ काम करने लगते हैं।
राठौड़ ने कहा इसी बीमारी के कारण तिवारी वैचारिक रूप से पार्टी से बाहर चल रहे हैं। लेकिन हो सकता है उमा भारती की तरह तिवारी भी वापस पार्टी में आ जाए। हालांकि प्रदेश के कद्दावर नेता घनश्याम तिवारी पर हर कोई बयान देने से बच रहा है। मंगलवार को इसी सवाल पर मंत्री वासुदेव देवनानी ने तिवाडी का बचाव किया, इसी तरह से किरण महेश्वरी भी तिवारी का बचाव कर चुकी हैं।
घनश्याम तिवारी मनोवैज्ञानिक रूप से बीमार!
