जयपुर। डेरे में गई गुड्डी को धरती निगली या आसमां खा गया, साध्वी यौन शोषण मामले में जेल में बंद गुरमीत राम रहीम के डेरे से गायब महिला के मामले में गुरुवार को राजस्थान हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस मामले में अब जांच सीबीआई अथवा एसओजी से करवाई जा सकती है।
कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान जांच अधिकारी ने समय मांगा। जवाहर सर्किल थानाधिकारी राजेश सोनी ने समय मांगते हुए लोक अभियोजक के जरिए कहा, जांच सीबीआई अथवा एसओजी को ट्रांसफर कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए उच्चाधिकारियों से चर्चा करनी है। कोर्ट में बताया गया कि हरियाणा में ऐसे ही 25 मामलों की सीबीआई जांच कर रही है। ऐसे में कुछ समय दिया जाए। इस पर अदालत ने 1 माह के लिए सुनवाई टाल दी। मामले में अधिवक्ता भीमसैन बैरवा और बाबूलाल बैरवा ने पैरवी की।
यह है पूरा मामला
राम रहीम के खिलाफ जयपुर के जवाहर सर्किल थाने में यह 7 मई 2015 मामला दर्ज हुआ था। राम रहीम पर एक युवक ने अपनी पत्नी को गायब करने का आरोप लगाया था। कमलेश नाम के इस युवक ने कोर्ट में परिवाद दर्ज कराते हुए बताया था कि वो और उसकी पत्नी गुड्डी राम रहीम के सिरसा आश्रम में गए थे जहां उसकी पत्नी को कैद कर लिया गया। यह घटना 24 मार्च 2015 की है। उसकी पत्नी को डेरा का एक सेवादार सिरसा स्थित आश्रम लेकर गया था लेकिन वहां 29 मार्च 2015 को गुड्डी को सेवादार यह कहकर अपने साथ ले गया कि उसे बाबा की सेवा में जाना है। उसके बाद से गुड्डी कभी नहीं लौटी।
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