जयपुर। निदेशालय स्थानीय निकाय विभाग और सरकारी क्षेत्र के संस्थान रील को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। नई दिल्ली में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ये पुरस्कार प्रदान किए।
देष में ऊर्जा संरक्षण कार्यों (स्ट्रीट लाईट क्षेत्र में) में श्रेष्ठ कार्य करने पर केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार-2017 से ऊर्जा दिवस के अवसर पर निदेशालय स्थानीय निकाय विभाग को प्रदान किया गया।
पुरस्कार विज्ञान भवन दिल्ली में आयोजित समारोह में निदेशक एवं संयुक्त सचिव पवन अरोडा द्वारा ग्रहण किया गया। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में ऊर्जा संरक्षण कार्यों (स्ट्रीट लाईट क्षेत्र मे) में श्रेष्ठ कार्य करने पर निदेशालय स्थानीय निकाय विभाग को ऊर्जा विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा ‘राजस्थान ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार-2017Ó गुरुवार इन्द्रलोक ऑडिटोरियम, भट्टारक जी की नसियॉ, नरायण सिंह सर्किल, जयपुर में डिस्कॉम के चेयरमैन श्रीमत पाण्ड्या ने प्रदान किया। यह पुरस्कार अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता एम.के.बैरवा ने प्राप्त किया। इस अवसर पर देने की घोषणा की गई है। गत वर्ष 2016 मे भी यह पुरस्कार राज्य सरकार द्वारा स्थानीय निकाय निदेशालय को दिया गया था।
इस अवसर पर बताया गया कि राजस्थान प्रदेश में अब तक 162 नगरीय निकायों में 8.67 लाख एल.ई.डी. लाईटे लगायी जा चुकी है। जो की अन्य राज्यों की तुलना मे सर्वाधिक है। देश में 12 दिसंबर 2017 तक कुल 4130007 नग एल.ई.डी. स्ट्रीट लाईट लगायी जा चुकी है। इस प्रकार राजस्थान देष में सर्वाधिक एल.ई.डी. लाईट लगाकर सर्वाधिक ऊर्जा बचत करने वाला राज्य है।
रील के एमडी जैन ने ग्रहण किया पुरस्कार
राष्ट्रपति कोविन्द ने नई दिल्ली में रील के प्रबन्ध निदेशक ए.के. जैन को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार- 2017 से सम्मानित किया। यह पुरस्कार कार्यालय एवं बी.पी.ओ. भवन श्रेणी में रील को ऊर्जा प्रबंधन के क्षेत्र में समर्पित प्रयासों के लिए दिया गया है। समारोह में केन्द्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर. के. सिंह, केन्द्रीय सचिव (एम.एन.आर.ई.) आनन्द कुमार, सचिव (विद्युत) अजय कुमार भल्ला, एवं अन्य गणमान्य भी उपस्थित थे। आज ही के दिन, राज्य स्तर पर भी रील के प्रयासों को सराहते हुए, कार्यालय भवन एवं उद्योग की श्रेणी में रील को राजस्थान ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार-2017 से सम्मानित किया गया। रील, भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्रालय भारत सरकार की सार्वजनिक क्षेत्र की मिनी रत्न कम्पनी है, जो कि गत 36 वर्षों से व्यवसायिक प्रबंधन एवं लाभ के पथ पर अग्रसर है। इस अवसर पर जैन ने बताया कि यह पुरस्कार, वर्ष 2015-16 की तुलना में वर्ष 2016-17 में लगभग 1 लाख यूनिट बिजली कि बचत का सुपरिणाम हैं। जो कि मौजूदा विनिर्माण उपकरणों को ऊर्जा कुशल उपकरणों से प्रतिस्थापित करने तथा विनिर्माण तथा अन्य क्षेत्रो में, बिजली बचत के आशय से प्रस्तावित किये गये सुधारों से हासिल हुआ है। पुरस्कारों के लिए जैन ने रील के कर्मचारियों को बधाई दी और कहा कि कम्पनी ऊर्जा संरक्षण के महत्व को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण जनता के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी एवं अक्षय ऊर्जा आधारित उत्पादों और सेवाओं में निरन्तरता बनाये रखेगी।
डीएलबी और रील को मिला ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार
