चित्तौडग़ढ़ (विवेक वैष्णव)।
हिन्दुस्तान जिंक की ओर से ग्रामीण विकास हेतु समाधान परियोजना के अन्तर्गत ग्राम डेट में आयोजित कार्यक्रम में 5 गांवों के 10 पषुपालकों को स्वरोजगार से जोडऩे के लिये उन्नत किस्म के पशुधन वितरित किये गये।
कार्यक्रम में गुर्जर खेड़ा, डेट, सेमलिया, मीणों का झोंपड़ा और खुटिंयां के 10 पशुपालकों को स्वरोजगार हेतु प्रत्येक परिवार को उन्नत सिरोही नस्ल का एक बकरा दिया गया जिन्हें बकरियों की नस्ल सुधार हेतु उपयोग किया जाएगा। इस परियोजना में लाभान्वित पशुपालक नारू गुर्जर ने बताया कि ‘2 वर्ष पहले हिन्दुस्तान जिंक द्वारा 5 बकरिया एवं एक बकरा दिया गया था जिनसे वर्तमान में 9 बच्चे एवं 4 बकरिया है। इस नस्ल से 2 बच्चे एक साथ होते हैं और यह नस्ल बहुत अच्छी है।Ó बकरों का वितरण हिन्दुस्तान जिंक के सी.एस.आर. कार्यक्रम के तहत बीआईएसएलडी संस्थान के सहयोग से किया गया। इससे पूर्व लाभान्वित पशुपालकों को बीआईएसएलडी के डॉ महेन्द्र गुप्ता ने बकरी पालन व्यवसाय हेतु रखने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर हिन्दुस्तान जिंक के सीएसआर अधिकारी, बीआईएसएलडी संस्थान के परियोजना अधिकारी एवं ग्रामीण उपस्थित थे।