जयपुर। एससी, एसटी एक्ट के प्रावधानों के खिलाफ सवर्ण समाज ने एकजुट होकर आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया है। आगामी चार सितम्बर को रामलीला मैदान में इसके खिलाफ एक धर्मसभा का आयोजन किया जा रहा है।
ेसर्व समाज संघर्ष समिति की ओर से सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में परशुराम सेना के प्रदेशाध्यक्ष अनिल चतुर्वेदी सहित वैश्य समाज,राजपूत समाज और जैन समाज के प्रतिनिधियों ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ जाकर भारत सरकार व अन्य राजनीतिक पार्टिर्यों द्वारा एससी एसटी एक्ट संशोधित कानून बनाया गया है। इससे प्राकृतिक न्याय का सिद्धान्त एवं संविधान प्रदत्त मूल अधिकारों का हनन हो रहा है।
जैसा कि सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि बिना जंच गिरफ्तारी और एफआईआर एक असभ्य समाज में रहने जैसा है। इस संशोधित कानून के पास होने के बाद सवर्ण और ओबीसी समाज के लोगों में आक्रोश और दुरुपयोग को लेकर भय व्याप्त है। दुरुपयोग के उदाहरण भी सामने आ चुके हैं। पत्रकार दुर्गसिंह और कर्नल राडौड़ को बेकसूर होने पर भी गिरफ्तार किया गया व अन्य कई प्रकरण भी सामने आ चुके हैं। इसके खिलाफ चार सितम्बर को दोपहर एक बजे रामलीला मैदान में धर्म सभा होगी जिसमें सर्व समाज के साधु संत भी भाग लेंगे। इस मंच पर आकर अपनी बात रखने के लिए विधायकों और सांसदों को भी आमंत्रित करने का अभियान मंगलवार से शुरू किया जा रहा है।