जयपुर। राज्य में 26 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव भारत निर्वाचन आयोग के आदेश से स्थगित कर दिये गये हैं। राज्यसभा चुनाव के राजस्थान के रिटर्निंग अधिकारी प्रमिलकुमार माथुर ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राज्य सभा चुनाव स्थगित कर दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में राज्य सभा के स्थगित हुए चुनाव की सूचना सभी चारों अभ्यार्थियों और विधायकों को दे दी गई है।
माथुर ने बताया कि चुनाव की तिथि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित किये जाने पर विधायकों और अभ्यार्थियों को सूचित कर दिया जायेगा। माथुर ने बताया कि विश्वव्यापी कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए भारत निर्वाचन आयोग के आदेश से राज्य में राज्यसभा के लिए द्विवार्षिक निर्वाचन- 2020 स्थगित कर दिये गये हैं।
उधर, चुनाव स्थगित करने की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निंदा की है। उल्लेखनीय है कि कोरोना के खौफ से राज्यसभा चुनावों से पहले प्रदेश में सियासी गहमागहमी गायब थी। न तो बड़े नेता नजर आ रहे थे और न ही उनके पीछे कार्यकर्ताओं की भीड़। वजह कोरोना वायरस। वायरस के संक्रमण के खतरे से बचने के लिए ज्यादातर नेताओं और कार्यकर्ताओं ने खुद को आईसोलेशन में रख लिया था।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने छब्बीस मार्च को होने वाले राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव को स्थगित करने की निंदा की है। गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि किसी भी राजनीतिक दलों को विश्वास में लिए बिना राज्यसभा चुनाव को स्थगित करने का चुनाव आयोग का यह निर्णय अत्यंत निंदनीय है। उन्होंने कहा कि यह सबसे चिंताजनक बात है कि संसद कल तक सत्र में थी और मध्यप्रदेश में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह को भी जानबूझकर अनदेखा किया गया। राज्यसभा चुनाव को एक दिन पहले स्थगित करने का निर्णय निश्चित रुप से संदेह के घेरे में है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी गुजरात और राजस्थान में खरीद फरोख्त में सफल नहीं हो पा रही है। इसलिए वे कुछ और समय चाहते हैं। उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए दुखद दिन करार दिया।
कांग्रेस और भाजपा कार्यालय में लगा ताला
कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के बीच प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में भी ताले लग गए है। संक्रमण को देखते हुए कार्यकर्ता और नेताओं ने पार्टी कार्यालय आना बंद कर दिया है। प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने भी पार्टी कार्यालय में तमाम गतिविधियों पर रोक लगा दी है। इसकी सूचनाएं पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं तक पहुंचा दी गई थीं। भाजपा ने अपने प्रदेश मुख्यालय सहित जिलों के सभी दफ्तरों को रविवार तक बंद रखने के आदेश जारी कर दिए थे। प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने बताया कि सभी पदाधिकारियों ने अपने यहां जनसुनवाइयां स्थगित कर दी हैं। कार्यकर्ताओं से अपील की गई हैं कि कुछ समय के लिए वे प्रदेश कार्यालय या अन्य जिलों में स्थित भाजपा कार्यालयों में न जाएं। वायरस संक्रमण के खिलाफ जनजागरूकता के मकसद से पूनियां ने मंडल स्तर तक करीब 10 हजार कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत की।