भारत में कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में शामिल हुआ जेसीबी

भारत में कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में शामिल हुआ जेसीबी

नई दिल्ली। अर्थमूविंग एवं कंस्‍ट्रक्‍शन इक्विपमेंट बनाने वाली देश की प्रमुख कंपनी, जेसीबी इंडिया लिमिटेड ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में मदद के लिए एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, फरीदाबाद के साथ साझेदारी की है। इस परियोजना को जेसीबी इंडिया के सीएसआर इनिशिएटिव से आंशिक रूप से वित्‍त पोषित किया जाएगा। कंपनी पीपीई, दवाइयां, टेस्टिंग किट, सिक्युरिटी सूट्स तथा डॉक्टरों और स्वास्थ्य रक्षा में जुटे कर्मचारियों के लिए कंज्‍यूमेबल्‍स बनाने हेतु फंड जुटाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इससे कोविड-19 प्रकोप के दौरान फरीदाबाद और आसपास के क्षेत्रों में इस बीमारी से प्रभावित मरीजों को पूरी तरह से मेडिकल सुविधाएं मुहैया कराने की तैयारियों में संयुक्त रूप से तेजी आएगी।

जेसीबी इंडिया के सीईओ और प्रबंध निदेशक श्री सुबीर कुमार चौधरी ने इस साझेदारी पर टिप्‍पणी करते हुए कहा, “हमने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने, उसके प्रभाव को कम से कम करने के लिए कई स्तरों पर एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के साथ मिलकर रणनीति बनाने की शुरुआत की है ताकि कोविड-19 से पीड़ित मरीजों की मदद की जा सके। कंपनी के मूल्यों को ध्यान में रख कर यह रणनीति अपने संचालन क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोगों की मदद करने के लिए तैयार की गई है। हमें पूरा विश्वास है कि इस साझेदारी से फरीदाबाद के लोगों को कोरोनावायरस के इलाज के लिए जरूरी सहयोग मिलेगा, जहां भारत में हमारा मुख्‍यालय स्थित है। हम इस तरह की पहल को अन्य क्षेत्रों में भी करने के बारे में सक्रियता से सोच रहे हैं, जहां हमारी दूसरी फैक्ट्रियां स्थित हैं।”

इससे पहले कोविड-19 से निपटने के लिए अपने सीएसआर फंड के माध्यम से जेसीबी इंडिया ने अपनी कंपनी के आसपास के क्षेत्र में रहने वाले समुदाय को भोजन और अन्य आवश्यक उपभोक्ता सामान बांटने के लिए महत्वपूर्ण कार्यक्रम चलाया था। इस कार्यक्रम को लोगों ने जबर्दस्त रिस्पांस दिया।

वैश्विक पहुंच

ब्रिटेन के स्टेफोर्डशायर में यूटोक्सटर में जेसीबी की 50 मिलियन पाउंड की कैब सिस्टम्स फैक्ट्री है। इसे डायसन कंपनी के लिए वेंटिलेटर के नए डिजाइन बनाने के लिए स्टील की एक स्‍पेशल हाउसिंग बनाने वाली फैक्‍ट्री में तब्‍दील किया गया है। डायसन को अपने डिजाइन की मंजूरी मिलने के बाद यहां कम से कम 10 हजार स्टील के पाइप्‍स का निर्माण किया जाएगा। कंपनी में प्रॉडक्शन शुरू होने के बाद डायसन को विभिन्न तरह के पाइप्स के नमूने मुहैया कराए गए हैं। डिजाइनिंग के कुछ दिनों के बाद बाद ही इस परियोजना के तहत वेंटिलेटर के लिए स्टील हाउसिंग का निर्माण शुरू कर दिया गया। इसे कंपनी की इंजीनियरिंग, डिजाइन और फैब्रिकेशन टीम के तेजी से काम करने और कौशल का ही सबूत माना जाएगा कि कंपनी ने कोरोना वायरस से उपजे राष्ट्रीय संकट के समय देशसेवा के लिए मेडिकल उपकरणों को बनाने के काम में काफी तेजी दिखाई है।

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