May 2020

परकोटे में बाजार खुलेंगे लेकिन क्या कर सकते हैं और क्या नहीं, कहां-कहां रहेगा कफ्र्यू, देखने के लिए पढ़े

जयपुर। परकोटे में अब एक्टिव व्यक्तियों के निवास स्थान के इर्द-गिर्द के क्षेत्र को कन्टेनमेंट जोन के रूप चिन्हित किया जाकर 23 अलग-अलग स्थानों पर कफ्र्यू रखा गया है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड पॉजिटिव व्यक्तियों की प्रतिदिन उपलब्ध कराये जाने वाली सूची के अनुसार भविष्य में नये कन्टेनमेंट जोन्स में कफ्र्यू लगाया जाएगा और पुराने क्षेत्रों से हटाया जाएगा। कंटेनमेंट क्षेत्र के अतिरिक्त पूरी चारदीवारी क्षेत्र को बफर

स्मृति शेष: स्व. भंवरलाल शर्मा नेता थे लेकिन जयपुर की जनता के लिए वे कभी नेता जैसे नहीं रहे

रोशनलाल शर्मा जयपुर शहर में भारतीय जनता पार्टी के पर्याय भंवरजी भाईसाहेब शुक्रवार को अपनी गौरवमयी जीवन यात्रा समाप्त कर पारब्रह्म की शरण में चले गए। जयपुर की राजनीति में उनके जैसा न तो कोई था और न ही वर्तमान राजनीतिक हालातों में लगता है कि भविष्य में कोई होगा। अपने स्वच्छ राजनीतिक जीवन में उन्होंने सादगी का जो मापदण्ड स्थापित किया आज भी परकोटे वाले शहर में उसे याद

धारीवाल ने किया शिक्षक एवं प्रहरी आवासीय योजना की शिलान्यास पट्टिका का अनावरण

-आयुक्त और उनकी टीम ने कम समय में शिलान्यास करवाकर बनाया कीर्तिमान जयपुर। नगरीय विकास, आवासन एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने बुधवार को अस्पताल रोड स्थित अपने सरकारी आवास पर मुख्यमंत्री शिक्षक एवं प्रहरी आवासीय योजना शिलापट्टिका का अनावरण किया। इसके बाद सेक्टर, 26 प्रताप नगर, जयपुर में मौके पर आयुक्त पवन अरोड़ा और स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने मंत्रोच्चार के साथ विधिवत रूप से शिलापूजन कर शिलान्यास किया।

जीवन चलाने के लिए जीवन को ही दांव पर लगा दिया गया

विज्ञान के दम पर विकास की कीमत वैसे तो मानव वायु और जल जैसे जीवनदायिनी एवं अमृतमयी प्राकृतिक संसाधनों के दूषित होने के रूप में चुका ही रहा था किंतु यही विज्ञान उसे कोरोना नामक महामारी भी भेंट स्वरूप देगा इसकी तो उसने स्वप्न में भी कल्पना नहीं की होगी। अब जब मानव प्रयोगशाला का यह जानलेवा उपहार उस पर थोपा जा ही चुका है तो निसंदेह उसे प्रकृति के

मृत्युभोज बंद, आध्यात्मिक स्थलों का जीर्णोद्धार होगा -विफा राष्ट्रीय परिषद की बैठक में लिया गया निर्णय

जयपुर। ब्राह्मण समाज ने मृत्युभोज बंद कर आध्यात्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार की परंपरा शुरू करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। विप्र फाउंडेशन के सदस्य इसकी पहल करेंगे। विप्र फाउंडेशन राष्ट्रीय परिषद की रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में इस निर्णय पर मुहर लगाई गई। विफा के संस्थापक संयोजक सुशील ओझा ने बताया कि मृत्यु पर भोज जैसी कुप्रथा को बंद कर पुराने धार्मिक एवं आध्यात्मिक केन्द्रों के

आरटीई के तहत निजी स्कूलों में निशुल्क प्रवेश के लिए आय सीमा होगी ढाई लाख

आरटीई के तहत निजी स्कूलों में निशुल्क प्रवेश के लिए आय सीमा होगी ढाई लाख जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निशुल्क शिक्षा एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 (आरटीई एक्ट) के तहत प्रदेश के गैर सरकारी विद्यालयों में 25 प्रतिशत सीटों पर दुर्बल वर्ग एवं असुविधाग्रस्त समूह के निशुल्क प्रवेश के लिए अभिभावकों की वार्षिक आय सीमा एक लाख रूपए के स्थान पर ढाई लाख रुपए करने को मंजूरी

रिलायंस जियो का वर्क फ्रॉम होम प्लान लांच

-999 रुपए में 84 दिनों तक प्रतिदिन 3 जीबी डेटा नई दिल्ली। रिलायंस जियो ने अपने वर्क फ्रॉम होम प्रीपेड प्लान्स की घोषणा की है जो काफी अधिक डाटा उपयोग करने वालों के लिए है। कोरोना वायरस के कारण लाकडाउन के इस दौर में घर से काम पर अधिक जोर दिया जा रहा है और इसके लिए निबार्ध चलने वाला इंटरनेट जरूरी है। इसी को ध्यान में रखकर रिलायंस जियो

एक जिले से दूसरे जिले में जाने वाले के लिए क्वारेंटाइन अनिवार्य नहीं: मुख्यमंत्री

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे श्रमिकों की तकलीफ को समझें और क्वारेंटाइ सेंटरों में रह रहे इन श्रमिकों के लिए बेस्ट प्रैक्टिसेज लागू करें, ताकि संकट की इस घड़ी में उन्हें राहत मिल सके। ग्राम स्तरीय क्वारेंटाइन समितियों तक भी इन नवाचारों को पहुंचाया जाए। गहलोत शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर प्रवासियों के सुरक्षित आवागमन, क्वारेंटाइन एवं शिविरों की व्यवस्था को लेकर उच्च स्तरीय

फसल गिरवी रखकर केवल 3 प्रतिशत ब्याज पर ऋण ले सकेंगे किसान, कम दामों पर नहीं बेचनी पड़ेगी उपज

जयपुर। कोविड-19 महामारी के इस दौर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत किसानों को राहत देने के लिए लगातार महत्वपूर्ण फैसले ले रहे हैं। उन्होंने किसानों को फसल का बेहतर मूल्य दिलाने, खरीद के लिए सुगम एवं विकेन्द्रीकृत व्यवस्था करने और उपज को रहन रखकर कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराने जैसे कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को शुक्रवार को मंजूरी दी है। गहलोत ने कृषक कल्याण कोष से सहकार किसान कल्याण योजना

शराब: क्या कोई अमृत है

ऐसी कहावत हैकि जब बुरे दिन आते हैं तब वे कह कर नहीं आते। कोरोना जैसी महामारी भी ऐसे ही अचानक प्रकट हुई और दुनियाभर में कहर का कारण बन गई। हैरानी यह हैकि ऐसे घोर संकट के वक्त में भी ऋषि-मुनियों का देश कहे जाने वाले भारत में सत्ताधीशों को शराब से कमाई करने की सूझ उत्पन्न हो गई। जैसे वह कोई भगवान का ‘चरणामृत’ हो, जिसे पीने से