जयपुर। प्रदेश में 2 मार्च को कोरोना का पहला मामला मिलने के बाद से ही प्रदेश सरकार ने जिस तरह से कोरोना का प्रबन्धन किया है वह पूरे देश में एक मिसाल बना है। प्रदेश में करीब 15 हजार और जयपुर जिले में 28 सौ से अधिक कोरोना पॉजिटिव मामले मिलने के बावजूद बहुस्तरीय बेहतर प्रबन्धन के माध्यम से प्रदेश में आज स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और हम कम्प्यूनिटी स्प्रेड को रोकने में कामयाब हुए। इस कोरोना महामारी के प्रबन्धन के दौरान सरकार ने आम-जन जीवन से जुड़े सामान्य चिकित्सा, बिजली-पानी जैसी आधारभूत सुविधाओं को पूरी तरह बनाए रखा है। अब नरेगा के माध्यम से गांव-गांव में इस संकट काल में रोजगार से सम्बल मिल रहा है।
नगरीय विकास मंत्री एवं जयपुर जिले के प्रभारी शांति धारीवाल ने सोमवार को पत्रकारों के वार्ता करते हुए यह जानकारी दी। वीडियो कांफ्रेंंसिंग के माध्यम से हुई वार्ता में उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक जांचों के माध्यम से योजना बद्ध रूप से संक्रमण रोकने के साथ ही चाहे श्रमिकों के पलायन का मामला हो, हर भूखे व्यक्ति को भोजन प्रदान करने का संकल्प हो, सप्लाई चेन को मेन्टेन करने की बात हो, श्रमिकों की आजीविका के लिए प्रबन्ध करने का विषय हो और इन सभी विषयों में धर्मगुरू, विभिन्न राजनीतिक दल, कर्मचारी, व्यापारी वर्ग और सबसे बढ़कर जन सामान्य को साथ लेकर चलने की बात हो, हर स्तर पर एक-एक कदम, एक-एक निर्णय सोच समझ कर लिया गया है, जिससे हम कोरोना के संक्रमण को रोकने में कामयाब हुए।
प्रेसवार्ता में जयपुर जिले के प्रभारी सचिव सुबोध अग्रवाल, जिला कलक्टर डॉ.जोगाराम, अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम इकबाल खान, चतुर्थ अशोक कुमार, उत्तर बीरबल सिंह, पूर्व श्री राजीव पाण्डे, विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हुए।
कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए 2298 व्यक्ति
धारीवाल ने बताया कि वर्तमान में जयपुर जिले में कुल 2869 व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हैं। इनमें से 2298 लोग नेगेटिव हो चुके हैं। अब तक कोविड-19 के कारण जिले में कुल 145 लोगों की मृत्यु हुई है। वर्तमान में शेष रहे पॉजिटिव मरीजों की संख्या 427 है। 22 जून को कुल 35 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। अब तक जिले में कुल 28829 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है। इनमें से 20608 का क्वारंटाइन समाप्त हो चुका है और 8221 लोग अभी भी होम क्वारंटाइन में हैं।
नरेगा में 18 लाख से अधिक श्रम दिवसों का सृजन
नगरीय विकास मंत्री ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा ग्रामीण क्षेत्र में प्रवासियों एवं ग्रामीणों के लिए इस आर्थिक मंदी के दौर में एक बहुत ही भरोसेमंद सम्बल बनकर उभरी है। वर्तमान में जयपुर जिले में कुल 606 ग्राम पंचायतों में 536 ग्राम पंचायतों में कार्य जारी हैं। इन कार्यों में कुल 1 लाख 55 हजार, 362 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। 20 जून तक 18 लाख से अधिक श्रम दिवसों का सृजन किया गया है। वर्तमान में सभी ब्लॉक में कुल मिलाकर 4321 निजी एवं 4558 सामुदायिक काम जारी हैं। गरीब कल्याण रोजगार अभियान में अन्य राज्यों से वापस लौटे प्रवासी मजूदरों को 25 विभागों से सम्बन्धित विभिन्न प्रकार के कार्यों के जरिए गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।
जलापूर्ति, विद्युत आपूर्ति सुचारू
आवष्यक सेवाओं में सम्मलित होने के साथ ही गर्मी के मौसम को देखते हुए जलापूर्ति को इस पूरे समय निर्बाध रखा गया है। जयपुर शहर की करीब 38 लाख की आबादी में से 33 लाख आबादी पाइप लाइन से जुड़ी हुई है। वर्तमान में शहर को लगभग 6050 लाख लीटर नलकूपों से एवं बीसलपुर स्त्रोत से जल उत्पादन कर वितरण किया जा रहा है। टेंकर्स एवं अन्य प्रकार से भी आपूर्ति सुचारू है। ग्रामीण क्षेत्र में भी जलापूर्ति में आदिनांक को कोई समस्या नहीं है। कन्टीजेंसी प्लान के 50 लाख, विधायकों दिए गए 25 लाख एवं अन्य मदों से अत्यावश्यक पेयजल आपूर्ति कार्य किए जा रहे हैं। इसी प्रकार जिले में बिजली आपूर्ति भी सुचारू है। जयपुर जिले में सभी कृषि कनेक्षन हेतु कुल 4 ब्लॉक में थ्री फेस विद्युत सप्लाई आपूर्ति दी जाती है। दिन में 2 ब्लॉक जिसमें 6 घंटे व 2 ब्लॉक रात के जिसमें 7 घंटे बिजली दी जाती है। घरेलू विद्युत आपूर्ति सिंगल फेस में 22 घंटे ़से 24 घंटे सप्लाई दी जा रही है।