प्रेस कांफ्रेंस: ताली थाली तो बजा ली लेकिन मोदी-शाह देशवासियों का बैंड बजाकर जाएंगे: गहलोत

प्रेस कांफ्रेंस: ताली थाली तो बजा ली लेकिन मोदी-शाह देशवासियों का बैंड बजाकर जाएंगे: गहलोत

-राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर मीडिया संवाद

-गहलोत ने गिनाई सरकार की उपलब्धियां और केन्द्र पर साधा जमकर निशाना

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार को अपने मंत्रिमंडल के साथियों, एआईसीसी के प्रभारी महासचिव अजय माकन और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्दसिंह डोटासरा के साथ मीडिया से रूबरू हुए तो अपनी सरकार की उपलब्धियां तो गिनाई ही साथ ही केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी और शाह ने ताली-थाली सब बजवा ली और अब वे देशवासियों का बैंड बजाकर जाएंगे।

गहलोत ने कहा कि दो साल में हमारे घोषणा पत्र के पचास फीसदी वादे पूरे हो गए ये उपलब्धि ही है। हमने सोशल सिक्यूरिटी के लिए काम किया और कोई भूखा न सोए की अवधारणा लेकर कोरोना का मैनेजमेंट किया। राजस्थान के कोरोना मैनेजमेंट की पूरे भारत में चर्चा है। हमने महात्मा गांधी आयुष्मान भारत बीमा योजना लागू करने की तैयारी पूरी कर ली है जो जनवरी से शुरू हो जाएगी। चार सौ करोड़ केन्द्र सरकार देगी और एक हजार करोड़ का भार राज्य सरकार उठाएगी। इसमें पहले 3 लाख का बीमा था और अब पांच लाख का बीमा होगा।

किसान के मामले में संवेदनहीनता की पराकाष्ठा

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसान आंदोलन पर कहा कि केन्द्र सरकार ने संवेदनहीनता की पराकाष्ठा कर दी है। तीस दिन से किसान सर्दी में बैठे हैं जिनकी सुनने वाला कोई नहीं है। प्रधानमंत्री कभी मध्यप्रदेश के किसानों से बात करते हैं और किसी किसी अन्य प्रदेश के किसानों से। मैं पूछता हूं वे आंदोलन कर रहे किसानों से बात क्यों नहीं करते। इस स्वस्फूर्त आंदोलन को लेकर विपक्ष पर आरोप लगाते हैं। देश में लोकतंत्र कितने खतरे में ये इसी बात से साबित हो जाता है कि चार प्रदेशों के कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों ने राष्ट्रपति से मिलने का समय इसी मुद्दे को लेकर मांगा लेकिन राष्ट्रपति ने समय नहीं दिया। उन पर कितना दबाव होगा। हमने यहां राजस्थान में जो किसान बिल पारित किए उनको राज्यपाल आगे भेज ही नहीं रहे हैं क्यों नहीं भेज रहे ये साफ है। देश में अब दिखावटी डेमोक्रेसी है।

फारगेट एंड फारगिव

सीएम गहलोत ने कहा कि जब हम जैसलमेर में होटल से निकले थे। तब दिल्ली से मैसेज आया कि वे लोग (पायलट गुट के विधायक) जयपुर लौट रहे हैं। तब मैंने तत्काल बयान दिया था कि फॉरगेट एंड फॉरगिव (भूलो और माफ करो)। यह सबके लिए समझने वाली बात थी। मैंने अपनी मंशा साफ कर दी थी, फिर भी अब जो ना समझे, वो अनाड़ी है। गहलोत ने कहा कि मैंने दिल से कहा है कि भूलो और माफ करो। इसका मतलब यह भी होता है कि मैंने अगर कोई गलती की है, अभी तक जो घटनाक्रम हुआ है तो उसे भूलो और माफ करो। यह सबके लिए कहा था। तब अजय बाबू (माकन) भी हमारे साथ थे।

अमित शाह, जफर इस्लाम और धर्मेंद्र प्रधान षड़यंत्रकारी

गहलोत ने भाजपा पर जमकर निशाना साधते हुए कहा राजस्थान में हमारी सरकार को गिराने का षड्यंत्र किया गया। अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान व जफर इस्लाम सरकार गिराना चाहते थे। इसमें राजस्थान के चार भाजपा नेता भी शामिल थे लेकिन षड़यंत्र असफल होने पर वे बगुला भगत बनकर रहते हैं। आने वाले चुनाव में प्रदेश की जनता बदला लेगी।

आचार संहिता और कोरोना से अटकी राजनीतिक नियुक्तियां

राजनीतिक नियुक्तियों और बोर्ड के गठन में हो रही देरी को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि बार-बार आचार संहिता से सभी परेशान हैं। यह राष्ट्रीय मुद्दा बना हुआ है। इसी वजह से देर हो जाती है। लेकिन अब जल्द ही ये नियुक्तियां होंगी। गहलोत ने कहा कि मुझे दो साल में सबसे ज्यादा पीड़ा बजरी के अवैध धंधे से पहुंची है। यह मामला कोर्ट में इतना उलझ गया है कि चाहकर भी ज्यादा कुछ नहीं हो रहा है। अब सुप्रीम कोर्ट की कमेटी आकर गई है और आशा है ये मुद्दा सुलझना चाहिए।

ईडी, इंकमटैक्स के जरिए दबाव

गहलोत केंद्र सरकार पर निशाना साधते कहा कि सियासी संकट में हम मीटिंग कर थे और हमारे मित्रों के घरों पर छापे डाले जा रहे थे। हमारे धर्मेंद्र राठौड़ के यहां छापे मारे गए। गहलोत ने कहा कि भाजपा एक भी मुसलमान को टिकट नहीं देती है और मुसलमान को सरकार गिराने के काम में ले रही है। यह बात जफर इस्लाम पर निशाना साधते हुए कही। जिन पर राजस्थान में सरकार गिराने के प्रयास का आरोप है।

छह साल में किसानी विरोधी ही रही केन्द्र सरकार

राजस्थान के प्रभारी महासचिव अजय माकन ने कहा कि केन्द्र सरकार पिछले छह सालों में किसान विरोधी रही है। 2014 में इन्होंने राज्य सरकारों के एमएसपी के ऊपर बोनस देने पर रोक लगाई। यूपीए सरकार का भूमि अधिग्रहण कानून किसानों के लिए फायदेमंद था लेकिन इन्होंने इसमें संशोधन कर इसे पंूजीपतियों के लिए फायदेमंद बना दिया। मोदी सरकार में न्यूनतम समर्थन मूल्य की वृद्धि बहुत कम हुई। पीएम फसल बीमा योजना में किसान को फायदा होना चाहिए था लेकिन हुआ बीमा कम्पनियों को। बीमा कम्पनियों को 26121 करोड़ रुपए का फायदा दिया गया। कृषि का लागू मूल्य मोदी सरकार में बढ़ गया। खेतीबाड़ी के काम आने वाले उपकरणों पर जीएसटी को 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 18 प्रतिशत कर दिया। हमारी मांग है कि तीनों नए कृषि विधेयक वापिस लिए जाएं। उन्होंने पीसीसी को किसान के साथ मिलकर आंदोलन चलाने को कहा।

कांग्रेस स्थापना दिवस पर किसान संवाद

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्दसिंह डोटासरा ने कहा कि 28 दिसम्बर को कांग्रेस स्थापना दिवस पर प्रदेश कांग्रेस के सभी नेता कार्यकर्ता, सरकार के मंत्री जय जवान जय किसान का नारा देते हुए ब्लॉक और कलस्टर स्तर पर किसान संवाद का आयोजन करेंगे।

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