शहनाई-सितार की जुगलबंदी
जयपुर। भारत रत्न शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के पौत्र उस्ताद फतेह अली खान ने शहनाई पर जब अपने दादा की नायाब धुनें बजाई तो सभी दर्शक वाह-वाह कर उठे। मौका था बुधवार को पिंक सिटी प्रेस क्लब के मीडिया सेंटर में जयपुर संगीत महाविद्यालय की ओर से आयोजित “म्यूजिकल मेमोरीज” कार्यक्रम में शहनाई और सितार की जुगलबंदी का।
दोनों फनकारों ने राग मधुवंती को अपने वादन का माध्यम चुना। तीनताल में निबद्ध बंदिश में आलापचारी के बाद गत की खूबसूरती सुधिजनों में खास आकर्षण रही। इसके बाद मिश्र खमाज में उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की बजाई एक धुन भी प्रस्तुत की गई। तबले पर दिनेश खींची ने प्रभावशाली संगत की। संस्था के सचिव राम शर्मा ने सभी का आभार जताया। कला समर्पण के फाउंडर राहुल गौतम ने कलाकारों की कोरोना में स्थिति पर चर्चा की। कार्यक्रम का शुभारंभ वरिष्ठ पत्रकार एल. एल. शर्मा, मुकेश मीणा, वरिष्ठ सिनेमा विशेषज्ञ श्याम माथुर, राजेन्द्र राव ने किया।