जयपुर। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स इंडिया का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन व राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक शनिवार से दौसा में शुरू हुई। अधिवेशन के लिए संगठन से जुड़े देशभर के नामी-गिरामी पत्रकार दौसा में जुटे। अधिवेशन दो दिन चलेगा जिसमें चार सत्रों में पत्रकार हितों के मुद्दों पर मंथन शुरू हुआ है। अधिवेशन में उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उड़ीसा, दिल्ली के पत्रकार पहुंचे। आयोजन की समस्त जिम्मेदारी नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (एनयूजेआई) से सम्बद्ध जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (जार) को दी गई है।
एनयूजेआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष रासबिहारी और राष्ट्रीय महासचिव प्रसन्ना मोहंती ने उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए पत्रकारों की समस्याओं पर प्रकाश डाला। जिसमें पत्रकार सुरक्षा कानून, देश के मीडिया संस्थानों पर बढ़ती पाबंदी, कोरोना महामारी से मीडिया संस्थानों पर आर्थिक संकट व पत्रकारों की छंटनी से बढ़ती बेकारी, नए श्रम कानूनों का प्रभाव, डिजिटल मीडिया पॉलिसी लागू करने, छोटे व मंझले समाचार पत्रों को विज्ञापन दायरा बढ़ाने, पत्रकारों को वेजबोर्ड का फायदा मिलने जैसे पत्रकार हितों से संबंधित मुद्दों को उठाया गया। सांसद जसकौर मीणा और पूर्व न्यायाधीश और राज्य मानवाधिकार आयोग के सदस्य जस्टिस महेश शर्मा ने भी उद्घाटन समारोह को सम्बोधित किया।
इनका हुआ सम्मान
उद्घाटन सत्र में कलम व लेखनी के धनी राज्य के वरिष्ठ पत्रकारों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार वीरेन्द्र सिंह राठौड़ बिल्लू बना, विमलेश शर्मा, मनीष गोधा, नीरज मेहरा, रोशनलाल शर्मा, उपेन्द्र शर्मा, जितेन्द्र प्रधान, ऐश्वर्य प्रधान, बाबूलाल भारती, सुधीर शर्मा सहित अनेक पत्रकारों को सम्मानित किया गया।