जयपुर।
वृंदा गार्डन सोसायटी मे 10 दिवसीय गणेश महोत्सव समिति का आयोजन के अंतर्गत प्रत्येक दिन मंगला और शयन की आरती के साथ कई तरह की रंगा- रंग प्रस्तुति की गई जिसमें सभी रेजिडेंट्स ने अभिव्यक्ति,प्रश्नोत्तरी के माध्यम और मनोरंजन वाले गेम मे हिस्सा लिया।
भजन संध्या का भी आयोजन किया गया जिसमे मशहूर गायक कलाकार गौरव जैन,डॉ प्रतिष्ठा ,तबला वादक गुलाम फरीद और वृंदा रेजिडेंट्स मे गरिमा,भावना,ईश्वर ने भजन के माध्यम से बहुत सुन्दर प्रस्तुति दी।आयोजन समिति के द्वारा आभार और धन्यवाद व्यक्त किया गया।
डॉ नागर जी के द्वारा राष्ट्रीय आयुर्वेदिक संस्था ओर से आयुर्वेद के प्रति जागरुकता एवं मह्त्व के लिये प्रश्नउत्तरी कार्यक्रम किया गया।
विसर्जन एक दिन पूर्व आरती संध्या के लिए 1100 दीयों की महाआरती आयोजन भी किया गया ।सभी रेजिडेंट्स ने महाआरती के लिये सभी अपने घर से 5 दीयों की थाली सजाकर मंदिर प्रांगण मे महाआरती महोत्सव को यादगार बनाने सभी ने एक साथ गणेश जी आरती में दीप प्रज्वलित कर महाआरती करने के लिए सहयोग किया।
अनन्तचतुर्दशी के दिन भव्य विसर्जन का आयोजन किया गया।पूजा अर्चना के पश्चात नृत्य प्रस्तुति का आयोजन किया जिसमें संयोजक ईशा महावर ने बताया कि बच्चों ने नृत्य के माध्यम से करोना के समय डॉक्टर प्रति अहम भूमिका मह्त्व का प्रदर्शन किया। महिला वर्ग से भी नृत्य प्रस्तुति दी गई। ईशा और अंबिका जी ओर नृत्य प्रस्तुति कराने के लिए आभार और धन्यवाद व्यक्त किया।
सभी वृंदा निवासियों ने गणपति भगवान की विसर्जन शोभायात्रा निकालकर और विसर्जन कराने में सभी का सहयोग सराहनीय रहा।सभी आयु वर्ग के लोगों ने गणपति विसर्जन शोभायात्रा में ढोल नगाड़े के साथ बढ़ -चढ़कर ,नाच गान के साथ विसर्जन महोत्सव आनन्द लिया।
विसर्जन के पश्चात आयोजन समिति और वृंदा गार्डेन सोसाइटी के द्वारा सभी रेजिडेंट्स के लिए प्रसादी का आयोजन किया गया।
आयोजन समिति से मंजू सर्राफ,उमा गर्ग,आलोक,अर्चना, आशीष गौतम, प्रशांत ,दिलीप, ईश्वर,अंकिता,बलराम, राजश्री,नेहा, दीपिका अन्य समिति सदस्य की ओर से कार्यक्रम को सफल एवं सुनियोजित,सुव्यवस्थित रुप से सहयोग कराने के लिये,
वृंदा गार्डेन ऑनर वेलफेयर सोसाइटी के सदस्य,समस्त वृंदा निवासियों, नृत्य प्रस्तुति संयोजक टीम, राष्ट्रीय आयुर्वेदिकसंस्थान,मेंटनेंसटीम,
सिक्युरिटी स्टाफ ,हाउसकीपिंग को कार्यक्रम में सहयोग देने के लिए धन्यवाद ओर आभार व्यक्त किया।