जयपुर। अपनी विभिन्न मागों को लेकर पिछले दस दिन से धरना और अनशन कर रहे होमगार्ड के जवान सरकार की सख्ती के आगे टूट गए। शाम को गृह विभाग ने सख्ती दिखाई और कहा कि जो होमगार्ड्स काम पर नहीं लौटेंगे उन्हें तत्काल हटा दिया जाएगा। इसके बाद रात करीब डेढ़ बजे होमगार्ड्स का आंदोलन समाप्त हो गया। अब उत्तराखंड में चुनाव ड्यूटी पर जाने वाले होमगार्ड्स आज मुख्यालय में अपनी रिपोर्ट करेंगे और रवाना हो जाएंगे।
देर रात को जयपुर के हवामहल से विधायक सुरेन्द्र पारीक धरना स्थल पर पहुंचे और होमगार्डस को बताया कि उनकी ज्यादातर मांगे मान ली गई हैं और होमगार्डस को जूस पिलाकर धरना समाप्त करवाया। विधायक सुरेन्द्र पारीक ने होमगार्डस को आश्वासन दिया कि उनकी ज्यादातर मांगे मान ली गई हैं बाकी बची मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जा रहा है। रात 11 बजे होमगार्डस के धरना स्थल पर भारी जाप्ता तैनात कर दिया गया था। साथ ही अंदेशा जताया जा रहा था कि अगर होमगार्डस अपना धरना वापस नहीं लेते तो उन्हें जबरन उठा दिया जाता। प्रदेश में 12 हजार 458 होमगाड्र्स हैं। आज से होमगार्डस चुनावों की ड्यूटी के आदेश लेना शुरू कर देंगे और 9 फरवरी को उत्तराखंड रवाना हो जायेंगे। हालांकि नियमित ड्यूटी, वेतन बढ़ोतरी सहित विभिन्न मांगों को लेकर चल रहे आंदोलन के तहत जिले के होमगार्ड जवानों ने मंगलवार को चुनाव ड्यूटी का भी बहिष्कार किया था।
ड्यूटी पर उपस्थित नहीं होने पर तत्काल डिस्चार्ज
दरअसल मंगलवार शाम को गृह विभाग ने साफ कर दिया था 9 फरवरी को होमगार्डस को उत्तराखंड चुनावों में चुनाव ड्यूटी निभाने जाना है। इसके लिए प्रदेश के दस हजार होमगार्डस की ड्यूटी भी लगायी गयी है। इसके बाद डीजी होमगार्ड ने ये आदेश जारी कर दिए है कि जो भी होमगार्ड अपनी उपस्थिति नहीं देगा उसे तत्काल डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
मांगों पर गृहमंत्री की सहमति
साथ ही अगर किसी होमगाड्र्स को जबरदस्ती चुनाव ड्यूटी पर जाने से रोका गया तो गृह विभाग ऐसे लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करेगा। उधर होमगार्डस की मांगों को लेकर प्रदेश के गृहमंत्री वाजिब मांगों पर सहमति भी जता चुके हैं।
सत्तर फीसदी होमगाड्र्स को नियमित रोजगार
गृह विभाग ने यह आदेश जारी कर दिए है कि जब तक 70 फीसदी स्वंयसेवकों को नियमित रोजगार उपलब्ध करवाने की व्यवस्था नहीं की जाएगी, तब तक नए होमगाड्र्स की भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की जाएगी।
देर रात को जयपुर के हवामहल से विधायक सुरेन्द्र पारीक धरना स्थल पर पहुंचे और होमगार्डस को बताया कि उनकी ज्यादातर मांगे मान ली गई हैं और होमगार्डस को जूस पिलाकर धरना समाप्त करवाया। विधायक सुरेन्द्र पारीक ने होमगार्डस को आश्वासन दिया कि उनकी ज्यादातर मांगे मान ली गई हैं बाकी बची मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जा रहा है। रात 11 बजे होमगार्डस के धरना स्थल पर भारी जाप्ता तैनात कर दिया गया था। साथ ही अंदेशा जताया जा रहा था कि अगर होमगार्डस अपना धरना वापस नहीं लेते तो उन्हें जबरन उठा दिया जाता। प्रदेश में 12 हजार 458 होमगाड्र्स हैं। आज से होमगार्डस चुनावों की ड्यूटी के आदेश लेना शुरू कर देंगे और 9 फरवरी को उत्तराखंड रवाना हो जायेंगे। हालांकि नियमित ड्यूटी, वेतन बढ़ोतरी सहित विभिन्न मांगों को लेकर चल रहे आंदोलन के तहत जिले के होमगार्ड जवानों ने मंगलवार को चुनाव ड्यूटी का भी बहिष्कार किया था।
ड्यूटी पर उपस्थित नहीं होने पर तत्काल डिस्चार्ज
दरअसल मंगलवार शाम को गृह विभाग ने साफ कर दिया था 9 फरवरी को होमगार्डस को उत्तराखंड चुनावों में चुनाव ड्यूटी निभाने जाना है। इसके लिए प्रदेश के दस हजार होमगार्डस की ड्यूटी भी लगायी गयी है। इसके बाद डीजी होमगार्ड ने ये आदेश जारी कर दिए है कि जो भी होमगार्ड अपनी उपस्थिति नहीं देगा उसे तत्काल डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
मांगों पर गृहमंत्री की सहमति
साथ ही अगर किसी होमगाड्र्स को जबरदस्ती चुनाव ड्यूटी पर जाने से रोका गया तो गृह विभाग ऐसे लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करेगा। उधर होमगार्डस की मांगों को लेकर प्रदेश के गृहमंत्री वाजिब मांगों पर सहमति भी जता चुके हैं।
सत्तर फीसदी होमगाड्र्स को नियमित रोजगार
गृह विभाग ने यह आदेश जारी कर दिए है कि जब तक 70 फीसदी स्वंयसेवकों को नियमित रोजगार उपलब्ध करवाने की व्यवस्था नहीं की जाएगी, तब तक नए होमगाड्र्स की भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की जाएगी।
समय पर मानदेय का भुगतान
इसके अलावा गृह विभाग ने होमगाड्र्स की रोटेशन प्रणाली को पारदर्शी बनाने, वक्त पर मानेदय का भुगतान करने और रात्रिगश्त में हो रही अनियमितता को दूर करने का आदेश जारी कर दिया है।